The 10 Best Places to Visit in Haridwar
परिचय
यदि आप भारत की आत्मा को करीब से महसूस करना चाहते हैं, तो हरिद्वार की यह यात्रा आपके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित होगी। आइए जानते हैं — हरिद्वार में घूमने लायक 10 बेहतरीन स्थान (best places to visit in Haridwar), जो आपकी यात्रा को विशेष बना देंगे।
हरिद्वार, उत्तराखंड का प्रवेश द्वार और भारत के सात पवित्र नगरों (सप्तपुरी) में से एक है। यह वह भूमि है जहाँ गंगा नदी हिमालय से उतरकर मैदानी क्षेत्रों में प्रवेश करती है, और जहाँ हर वर्ष लाखों श्रद्धालु मोक्ष की कामना से आते हैं। हरिद्वार न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहाँ का वातावरण, संस्कृति, और ऐतिहासिक धरोहरें इसे एक अद्भुत पर्यटन स्थल बनाती हैं।
हरिद्वार के प्रसिद्ध स्थल जैसे हर की पौड़ी, मनसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर, भारत माता मंदिर, और राजाजी नेशनल पार्क पर्यटकों को अध्यात्म, रोमांच और प्रकृति का एक साथ अनुभव कराते हैं। यहाँ की गंगा आरती, आश्रमों की शांति और स्थानीय जीवन की सरलता हर यात्री के मन को मोह लेती है।
जहाँ गंगा माँ हिमालय की गोद से उतरकर मैदानों की ओर बहती हैं, वहीं बसता है — हरिद्वार, “देवभूमि” का पवित्र द्वार यह शहर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपरा, और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम भी है। हरिद्वार में हर कदम आध्यात्मिकता से भरा है, हर घाट की लहरों में शांति है, और हर मंदिर में आस्था का संदेश मिलता है ।
Table of Contents
1.The Divine Heart of Haridwar: Har Ki Pauri and the Ganga (हर की पौड़ी और गंगा का आशीर्वाद)
 
															The Heart of the Pilgrimage: Har Ki Pauri
हर की पौड़ी, जिसका अर्थ है “भगवान विष्णु के चरण”, उत्तराखंड के हरिद्वार शहर में पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित सबसे पवित्र घाट है। यह एक अत्यंत पूजनीय स्थल है जहाँ माना जाता है कि गंगा पहाड़ों को छोड़कर मैदानों में प्रवेश करती है। किंवदंती है कि समुद्र मंथन के दौरान अमृत (अमरता का अमृत) की एक बूँद यहाँ गिरी थी, जिससे घाट के ब्रह्मकुंड क्षेत्र में डुबकी लगाना विशेष रूप से पवित्र और मोक्ष प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है। हर की पौड़ी ऐतिहासिक कुंभ मेले और अर्धकुंभ मेले का मुख्य स्थल है, और यह मंत्रमुग्ध कर देने वाली संध्याकालीन गंगा आरती के लिए विश्व प्रसिद्ध है, जो भक्ति का एक ऐसा नजारा है जहाँ पुजारी नदी की स्तुति करते हुए अनगिनत दीप और पुष्प अर्पित करते हैं, जो एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।
हरिद्वार का सबसे प्रसिद्ध स्थान है हर की पौड़ी, जहाँ माना जाता है कि अमृत की बूंदें गिरी थीं।
यहाँ की गंगा जल में स्नान करने से आत्मा पवित्र मानी जाती है और पापों से मुक्ति मिलती है।
यह स्थान हर यात्री के लिए must-visit है, इसलिए यह best places to visit in Haridwar में शीर्ष पर है।
क्यों जाएँ: गंगा आरती का अद्भुत अनुभव पाने और हरिद्वार की आध्यात्मिक ऊर्जा महसूस करने के लिए।
Best Time: सूर्योदय या शाम की गंगा आरती का समय।
Travel Tip: शाम की आरती के समय जल्दी पहुँचें ताकि पहली पंक्ति से दृश्य देख सकें।
What Makes Har Ki Pauri So Sacred? (The Amrit Drop Legend)
कहते हैं, समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत का कलश गिरा, तो उसकी कुछ बूंदें हरिद्वार में गिरीं — जिससे यह स्थान अमरत्व का प्रतीक बन गया।
यह कथा हर की पौड़ी को हिंदू आस्था का सबसे पवित्र स्थल बनाती है।
Haridwar Ganga Aarti: Timings and Best Viewing Spots (हरिद्वार की गंगा आरती: समय और सर्वोत्तम दर्शन स्थल)
 
															हरिद्वार में हर की पौड़ी पर होने वाली गंगा आरती केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक दिव्य अनुभव है जो आपकी आत्मा को छू लेता है। जैसे ही सूरज ढलता है, गंगा नदी के तट पर एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है। सैकड़ों की संख्या में जलते हुए दीये, शंखों की गूँज और मंत्रोच्चार के बीच जब सामूहिक रूप से “हर हर गंगे” की ध्वनि वातावरण में गूंजती है, तो ऐसा महसूस होता है मानो आप सीधे स्वर्ग के द्वार पर खड़े हों।
 आरती का समय
गंगा आरती का समय सूर्य के डूबने (सूर्यास्त) पर निर्भर करता है, इसलिए यह मौसम के अनुसार बदलता रहता है:
• सर्दियों में: शाम लगभग 5:30 बजे शुरू होती है।
• गर्मियों में: शाम लगभग 6:30 बजे शुरू होती है।
 हमारा सुझाव: आरती शुरू होने से कम से कम एक घंटा पहले घाट पर पहुँच जाएँ ताकि आप अच्छी जगह पा सकें और इस अलौकिक दृश्य को शांति से देख सकें। यही गंगा आरती वाराणसी में भक्तों और दर्शकों का मन मोह लेती है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में, गंगा के पश्चिमी तट पर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर और वहाँ होने वाली भव्य गंगा आरती एक पवित्र तीर्थयात्रा का केंद्र हैं।
सर्वोत्तम दर्शन स्थल (Best Viewing Spot)
इस अविस्मरणीय आरती को देखने के लिए सबसे अच्छी जगह है ब्रह्मकुंड के ठीक सामने वाली सीढ़ियाँ। यह वह केंद्र बिंदु है जहाँ मुख्य पुजारी आरती करते हैं, और यहाँ से आपको दीयों की जगमगाहट और नदी में बहते दीपकों का मनमोहक प्रतिबिंब सबसे स्पष्ट दिखाई देगा।
गंगा स्नान का महत्व और अनुष्ठान
हर की पौड़ी पर गंगा में डुबकी लगाना हिंदू धर्म में मोक्षदायक माना गया है। लाखों श्रद्धालुओं का विश्वास है कि यहाँ गंगा स्नान करने से उनके सभी पाप धुल जाते हैं और उन्हें जीवन-चक्र से मुक्ति यानी मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्तगण पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ, “हर हर गंगे” का उच्चारण करते हुए, पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं।
यात्रा संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव (Travel Tip)
• भीड़ से बचें: यदि आप गंगा में शांत और सुविधाजनक तरीके से स्नान करना चाहते हैं, तो सुबह जल्दी (सूर्य उदय से पहले) घाट पर पहुँच जाएँ। इस समय भीड़ कम होती है और वातावरण बहुत शांत होता है।
• सामान की सुरक्षा: घाट पर अत्यधिक भीड़ होती है, इसलिए अपने कीमती सामान और मोबाइल फोन का विशेष ध्यान रखें। उन्हें सुरक्षित जगह पर रखें या लॉकर का उपयोग करें।
यह अनुभव आपको अध्यात्म और आस्था के एक नए स्तर पर ले जाएगा। क्या आप हरिद्वार की इस पवित्र यात्रा के लिए तैयार हैं?
2 Ancient Shrines and Holy Sites (प्राचीन मंदिर और पवित्र स्थल)
The Power of Maya Devi Temple (A Siddh Peeth)
माया देवी मंदिर हरिद्वार का सबसे पुराना मंदिर है और इसे सिद्धपीठ माना जाता है।
यहाँ माँ शक्ति की पूजा तीन रूपों — काली, लक्ष्मी और सरस्वती — में होती है।
क्यों जाएँ: यह हरिद्वार का आत्मिक केंद्र है, जहाँ देवी की शक्ति और कृपा महसूस होती है।
Best Time: नवरात्रि और चैत्र माह के उत्सव।
Daksha Mahadev Temple (The Site of Sati Kund)
यह मंदिर भगवान शिव की पत्नी सती से जुड़ी कथा पर आधारित है।
यहाँ “सती कुंड” नामक स्थल वह जगह है जहाँ देवी सती ने स्वयं को अग्नि में समर्पित किया था।
Travel Tip: सावन महीने में दर्शन विशेष फलदायी माने जाते हैं।
3. Hilltop Temples and Scenic Views (The Ropeway Experience)
Mansa Devi Temple (Climbing the Bilwa Parvat)
मनसा देवी मंदिर बिल्वा पर्वत पर स्थित है और यहाँ देवी मनोकामना पूर्ण करती हैं।
माना जाता है कि यहाँ जो भी भक्त सच्चे मन से माँ से इच्छा माँगता है, उसकी मनोकामना पूरी होती है।
क्यों जाएँ: मनोकामना पूरी करने और गंगा के सुंदर दृश्य देखने के लिए।
 Best Time: फरवरी से जून और अक्टूबर से दिसंबर।
Mansa Devi Temple Ropeway Price and Timing
Chandi Devi Temple (Perched on Neel Parvat)
चंडी देवी मंदिर नील पर्वत पर स्थित है और यह भी सिद्धपीठ है।
यहाँ तक पहुँचने के लिए सुंदर रोपवे यात्रा का अनुभव अवश्य लें।
Ropeway Fare: ₹180 प्रति व्यक्ति
Travel Tip: सुबह जल्दी पहुँचें ताकि लाइन से बचा जा सके।
4. Culture, Wildlife, and Modern Attractions
Spiritual Centers and Ashram | Finding Peace at Shantikunj Ashram
शांतिकुंज हरिद्वार का प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है, जहाँ गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की विचारधारा पर कार्य होता है।
 क्यों जाएँ: ध्यान, योग, और संस्कारों की शिक्षा के लिए।
Patanjali Yogpeeth: Yoga and Ayurveda Center
पतंजलि योगपीठ, योगगुरु बाबा रामदेव द्वारा स्थापित, भारत का प्रमुख आयुर्वेद और योग केंद्र है।
 Travel Tip: आयुर्वेदिक औषधियाँ और प्राकृतिक उपचार के लिए अवश्य जाएँ।
Wildlife Safari at Rajaji National Park near Haridwar
राजाजी नेशनल पार्क हरिद्वार से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यहाँ हाथी, हिरण, और कई दुर्लभ पक्षी प्रजातियाँ देखने को मिलती हैं।
 Best Time: नवंबर से जून
 Travel Tip: सफारी के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराएँ।
Bara Bazaar and Moti Bazaar: What to Buy in Haridwar
हरिद्वार की गलियाँ पारंपरिक वस्तुओं, पूजा सामग्री, रुद्राक्ष, आयुर्वेदिक दवाइयों और मिठाइयों से भरी हैं।
क्यों जाएँ: हरिद्वार की आत्मा को महसूस करने के लिए उसके बाज़ार घूमना जरूरी है।
5.Planning Your Haridwar Trip Logistics
Best Time to Visit Haridwar
Weather in Haridwar: Month-by-Month Guide
• जनवरी-फरवरी: ठंडा, पूजा-पाठ के लिए श्रेष्ठ।
• मार्च-जून: गर्मी, स्नान और दर्शन के लिए उपयुक्त।
• जुलाई-सितंबर: मानसून, यात्रा में सावधानी रखें।
• अक्टूबर-दिसंबर: सबसे सुंदर मौसम।
Haridwar Travel Guide and Accommodation
Getting to Haridwar from Delhi (Train vs. Road)
दिल्ली से हरिद्वार तक की दूरी लगभग 220 किमी है।
• Train: 5–6 घंटे, हरिद्वार जंक्शन तक सीधी ट्रेनें।
• Road: NH-58 से सुंदर ड्राइव का अनुभव।
Top-Rated Hotels near Har Ki Pauri Ghat
• Hotel Ganga Lahari
• Haveli Hari Ganga
• Ganga Kinare Boutique Hotel
Travel Tip: गंगा के किनारे रहने से आध्यात्मिक माहौल का गहरा अनुभव मिलता है।
6. Essential Tips for Pilgrims and Tourists
Local Customs and Temple Etiquette (स्थानीय रीति-रिवाज और मंदिर शिष्टाचार)
• मंदिरों में प्रवेश से पहले जूते बाहर रखें।
• गंगा किनारे प्लास्टिक का उपयोग न करें।
• फोटोग्राफी से पहले अनुमति लें।
Dress Code and Safety Tips for Travelers
• सादे और शालीन वस्त्र पहनें।
• गंगा घाट पर सावधानी से स्नान करें।
• भीड़ के समय अपनी वस्तुएँ सुरक्षित रखें।
 
				
